Monday, 12 December 2011

"आँखों आँखों में गुफ्तुगू होगी"


"आँखों आँखों में गुफ्तुगू होगी"


वक्त होगा न जुस्तुजू होगी  ,        Waqt hoga na justujoo hogi
खाक ही खाक चार सू होगी !        Khak hi khak chaar soo hogi

और क्या पाओगे सराबों में,        Aur kya paaoge saraaboN meiN
रेत , दरिया , हवा भी लू होगी !    ret, dariya , hawa bhi loo hogi

वो हुआ आँख से अगर ओझल ,    Wo hua aankh se agar ojhal    
उसकी तस्वीर कू बकू होगी !        Uski tasveer ku baku hogi

आज आएगा बज़्म में कोई ,        Aaj aayega bazm meiN koyi
आज नीलाम आबरू होगी !          aaj neelam aabroo hogi

होंगी सरगोशियाँ फजाओं में ,      hongi sarghoshiyaN FazaoN meiN
आँखों आँखों में गुफ्तगू होगी !      aankhoN aankhoN meiN guftugu hogi

कोई तो होगा खुशनसीब वो दिन , Koi to hoga khushnaseeb wo din
मेरी आगोश में जो तू होगी !        Meri aaghosh meiN jo tu hogi

कौन ठहरेगा खुआब का कातिल , Kaun thehrega khuwaab ka qaatil
आँख किसकी लहू लहू होगी !      Aankh kiski lahu lahu hogi

ज़िक्र होगा कभू कभू मेरा ,         Zikr hoga kabhu kabhu mera
बात मेरी कभू कभू होगी !          Baat meri kabhu kabhu hogi

आँख में होगा इन्तज़ार तेरा ,      Aankh meiN hoga intezaar tera
दिल में मायूस आरज़ू होगी !       dil meiN mayus aarzoo hogi

जीते जी कौन पूछता है यहाँ ,     Jeete ji kaun puchhta hai yahaN
बाद मरने के हाय हू होगी !        Baad marne ke haay hu hogi

खून छलकेगा जिस घड़ी "हादी ", Khoon chhalkega jis ghadi "Hadi"
आँख उस वक्त बावज़ू होगी !       Aankh us waqt bawazu hogi